PM Matru Vandana Yojana 2024: केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के हित में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना को शुरू किया गया है। यह एक महिला कल्याणकारी योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस पहल के माध्यम से सरकार गर्भवती महिअलों को पहली बार माँ बनने पर ₹5000 रूपए एवं दूसरी बार माँ बनने पर ₹6,000 की राशि सीधे बैंक खाते में DBT के माध्यम से हस्तांतरण कर रही है।
योजना की विशेषताएं
केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जाती हैं परन्तु यह केवल गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू की गई एक पहल है। गर्भवती महिलाओं के लिए योजना के अंतर्गत कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
- 1. वित्तीय सहायता: गर्भवती महिअलों को इस योजना के तहत पहली बार माँ बनने पर ₹5000 रूपए एवं दूसरी बार माँ बनने पर ₹6,000 आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- 2. शिशु की बेहतर देखभाल: इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि से शुशु की देखभाल की जाती है और छोटी से छोटी समस्याओं का ध्यान रखा जाता है।
- 3. उच्च सेवाएं: योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जिससे शिशु के सेहत पर अधिक फर्क पड़ता है।
- शिक्षा: गर्भवती महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है, जिससे वह अपने शिशु को उच्च शिक्षा प्रदान कर सकें।
- आत्मनिर्भर: यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने में सहायक है, जिससे महिलाएं स्वयं से निर्णय ले सकें और स्वतंत्रता अनुभव कर सकें।
वित्तीय सहायता का विवरण
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत महिलाओं को मुख्य रूप से 2 किस्तों में सहायता प्रदान की जाती है।
- पहली क़िस्त: महिला को गर्भावस्था पंजीकृत करने पर एवं न्यूनतम एक बार डॉक्टर की जांच करने पर ₹5000 की पहली क़िस्त सहायता के रूप में प्रदान की जाती है।
- दूसरी किश्त: नवजात शिशु के जन्म एवं पहले टीकाकरण के पश्चात ₹2000 रूपए की आर्थिक सहायता वितरित की जाती है। वहीं दूसरी संतान यदि बेटी होती है, तो ₹6000 की सहायता प्रदान की जाती है।
योजना का महत्व
वर्तमान में देश में प्रतिदिन अच्छी देखभाल एवं उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं नहीं प्राप्त होने पर हज़ारों गर्भवती महिअलों कि मृत्यु हो जाती है। महिलाएं अपने आर्थिक स्थति के कारण अपने आने वाले नवजात शिशु कि सही से देखभाल नहीं कर पाती है। इसी पर ध्यान केंद्रित करते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना को शुरू किया है। यह महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है।
इस योजना का लक्ष्य गर्वावस्था में गरीबी एवं भुखमरी का सामना कर रहीं महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था प्रसव से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी और सुरक्षा के बारे में विस्तृत विवरण प्रस्तुत कराया जाएगा।
पात्रता मापदंड
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक गर्भवती महिला को कुछ शर्तों और नियमों का पालन करना पड़ेगा, जो निम्नलिखित हैं:-
- आवेदक महिला भारतीय नागरिकता रखती हो।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं ही पात्र होंगी।
- आवेदक महिला की न्यूनतम आयु 19 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- इस योजना में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी सहायिका भी पात्र होंगी।
- आवेदक महिला का आधार कार्ड बैंक से अवश्य लिंक होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़
इस योजना में आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज़ों का होना अनिवार्य है। इनमें गर्भवती महिला का आधार कार्ड, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाता पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाइल नंबर शामिल हैं। प्रधान मंत्री मातृत्व वंदना योजना में आवेदन करने हेतु ऊपर दिए गए दस्तावेज़ हुआ बहुत जरूरी है।
आवेदन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत आवेदन करने कि प्रक्रिया बहुत आसान है, कोई भी अपने मोबाइल के माध्यम से आवेदन कर सकता है। आवेदन करने के लिए सर्वप्रथम आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ, अब होमपेज पर ही Citizen Login के विकल्प पर क्लिक करें। क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा यहाँ अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके Verify पर क्लिक करें। अब मोबाइल नंबर सत्यापन करके पंजीकरण फॉर्म पर क्लिक करें। क्लिक करने के पश्चात स्क्रीन पर फॉर्म आ जायेगा। पंजीकरण फॉर्म में सभी जानकारी दर्ज करें और आवश्यक दस्तावेज़ों को अपलोड करें। अंत में Submit पर क्लिक करके आवेदन करें।
योजना का प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत 1 जनवरी 2017 को हुई थी। इस योजना का प्रभाव देश की प्रत्येक गर्भवती महिला पर पड़ा है। महिलाओं का अच्छा खान-पान, रहन-सहन और पोषण की उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाओं शिशु के जन्म एवं वितरण सही से हो पाता है। देश भर की गर्भावस्था महिलाएं खुसी-खुसी रह पाती हैं और पैसों की चिंता किए बिना नवजात शिशु को जन्म दे पाती हैं।