भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती हैं: पूरे विश्व में भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभन्न प्रकार के लोग और धर्म पाए जाते है। हर धर्म का अपना अलग महत्त्व है और अपनी अलग भांषा है। भारत अनेकता में एकता के लिए जाना जाता है। आज 2023 में देखा जाए तो भारत विश्व का सबसे ज्यादा जनसँख्या वाला देश बन चूका है 2020 के मुताबिक भारत की संख्या कुल 138 करोड़ हो गई है। भारत में हिंदी एक राष्ट्र भांषा है, जिसे हर व्यक्ति समझता है और बोल भी पाता है परन्तु यह कोई नहीं जानता की भारत में कितनी भषाएं बोली जाती है।
हम जानते है की भारत में लगभग 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनमें ज्यादातर हिंदी भांषा बोली जाती है परन्तु कुछ ऐसे राज्य भी हैं जहाँ अपनी अलग भांषा हैं और उसी को बोलते है जैसे: तेलुगू, गुजराती, मराठी, ओड़िया, भोजपुरी, राजस्थानी, पंजाबी एवं मणिपुरी आदि। भारत विविधताओं का देश है, जहाँ ऐसी भांषा भी बोली जाती है जो देश में रहने वाले नागरिकों को भी नहीं पता है।
इसलिए इस लेख में हम भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती हैं एवं भारत की जनगणना 2011 के अनुसार भारत में कुल कितनी मात्र भाषाएं बोली जाती है आदि की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान कर जा रहे है। यदि आप भी भारत में रहते है और नहीं जानते की भारत में कौन-कौन सी भाषाएं बोली जाती है, तो यह लेख केवल आपके लिए है।
Bharat Me Kitni Bhasha Boli Jati Hai?
भारतीय संविधान में सिर्फ 22 भाषा को मान्यता प्राप्त है परन्तु 2011 की जनगणना के अनुसार 122 भषाएं भारत में बोली जाती हैं यह रिपोर्ट उन भांषाओं को हटाकर है, जो 10 हज़ार लोगों से कम है। इसलिए वर्तमान में भारत में कुल कितनी भांषा बोली जाती है सटीक नहीं बताया जा सकता है।
यहाँ हम कुछ प्रसिद्द भांषा के साथ साथ ऐसी भांषा भी बताएँगे जो आपको नहीं पता है। हिंदी और अंग्रेजी ऐसी भांषा हैं जो लगभग भारत के सभी क्षेत्रों में बोली और समझी जाती है। इसी प्रकार हिंदी और अंग्रेजी भांषा ही ऐसी भांषा है, जिनको सरकारी कामों उपयोग किया जाता है।
1949 भारत की आज़ादी के 29 दिन बाद ही भारत में हिंदी भांषा को राजभाषा के रूप में अंगीकार किया था और यह कई सालों तक चला भी परन्तु दक्षिण भारत के लोगों को यह सही नहीं लगा और उन्होंने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। इसी के कारण भारत की कोई एक राष्ट्र भांषा नहीं कह सकते है।
भारत में कुल कितनी भाषा बोली जाती है?
नीचे हम जो संविधानिक रूप से आधिकारिक भाषा हैं, उनकी सूचि आपके साथ साझा कर रहे है। यह भांषा भारत में अधिक बोली जाती है और समझी जाती है। इनकी मान्यता भी है।
संख्या | भांषा का नाम |
1 | हिंदी (Hindi) |
2 | बंगाली (Bengali) |
3 | असमिया (Assamese) |
4 | बोडो (Bodo) |
5 | डोंगरी (Dongri) |
6 | गुजराती (Gujarati) |
7 | तमिल (Tamil) |
8 | तेलुगू (Telugu) |
9 | उर्दू (Urdu) |
10 | सिंधी (Sindhi) |
11 | संथाली (Santhali) |
12 | संस्कृति (Sanskriti) |
13 | पंजाबी (Punjabi) |
14 | ओरिया (Odia) |
15 | नेपाली (Nepali) |
16 | मराठी (Marathi) |
17 | मणिपुरी (Manipuri) |
18 | मलयालम (Malayalam) |
19 | मैथिली (Maithili) |
20 | कश्मीरी (Kashmiri) |
21 | कनाडा (Kannada) |
22 | कोंकड़ी (Konkani) |
दी गई सूचि में सभी भांषा भारत की प्रसिद्द और हर जगह समझी जानी वाली भांषा है परन्तु यह सभी भांषा के बोलने वाले लोग अलग-अलग हैं और एरिया भी सबका अलग है।
भारत में 122 भाषाएं कौन कौन सी है?
भारत में 1961 की जनगणना के अनुसार 1,652 भांषा बोली जाती थी परन्तु 10 साल बाद एक जनगणना के अनुसार इन भांषाओं की संख्या कुल 108 रह गई थी और वर्तमान में यह संख्या 122 है। नीचे हम उन्ही भांषाओं की सूचि आपके साथ साझा कर रहे है। इन सभी भांषाओं को 5 चरणों में बांटा गया है। जो निम्न प्रकार है।
1. इंडो-युरोपियन
(ए) इंडो आर्यन (indo Aryan)
- बंगाली
- असमीज
- बिश्नुपुरीया
- भिल्ली / भीलोडी
- गुजराती
- डोगरी
- हिंदी
- हलाबी
- कोंकणी
- कश्मीरी
- खांदेशी
- लहादा
- नेपाली
- मठली
- मराठी
- संस्कृत
- पंजाबी
- उडिया
- शिना
- सिंधी
- उर्दू
B) ईरानियन (Iranian)
- अफगानी
- पश्तो
(c) जर्मनिक (Germanic)
- अंग्रेजी
2. द्रविड़ियन
- कोंगेई / कोडागु
- गोंडी
- जाटापू
- कन्नड
- खोंड / कोंढ
- किसन
- कोलामी
- कोंडा
- कोया
- कुई
- क्रू / ओरॉन
- मलयालम
- माल्टो
- परजी
- तेलगु
- तमिल
- तुलु
3. ऑस्ट्रो-एशियन
- भुज
- गडबा
- हो
- जुआंग
- खरिया
- खासी
- कोडा / कोरा
- कोरकू
- कोरवा
- मुंडा
- मुंदरी
- निकोबरेसे
- संताली
- सवारा
4. तिबेटो-बूर्मेस
- गुल
- अंगामी
- एओ
- बाल्टी
- भोतिया
- बोडो
- चकसांग
- चक्रकु / चोकरी
- चांग
- देरी
- दिमासा
- गंगटे
- गारो
- हलाम
- हंबर
- काबई
- कार्बी / मिकिर
- खेझा
- करीमनुंगण
- किन्नौरी
- कोच
- कोम
- कोनीक
- कूकी
- लद्खी
- लाहौली
- लकहर
- लालुंग
- लेप्चा
- लिआंगमेई
- लिम्बु
- लोता
- लुशाई / मिजो
- मणिपुरी
- मारम
- मरींग
- मिरी / मशिंग
- मिश्मी
- मोग
- मोंपा
- निशी / डफला
- नोके
- पेठ
- पवी
- फाम
- पोचुरी
- राभा
- राय
- रेेंम्मा
- सांताम
- सेम
- शेरपा
- सिम
- तामंग
- तांगखुल
- तंगासा
- थडो
- तिबेटी
- त्रिपुरी
- वैफीई
- झी
- झू
- वांचो
- यिमचंग्रे
- झीलियांग
- जोऊ
5. सेमट्रो-हॅमिक
- अरबी / अर्बी
लेख से संबंधित सवाल – FAQ
Q. भारत में सबसे पुरानी भाषा कौन सी है?
भारत देश में सबसे पुरानी भांषा संस्कृत है।
Q. भारत में 2023 कितनी भाषाएं हैं?
वर्तमान में भारत में 122 भषाएं बोली और समझी जाती है।
Q. हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा क्यों नहीं है?
भारत में विभिन्न प्रकार के लोग रहते है और यह एक बहुभाषी देश है। इसलिए अलग अलग राज्यों के द्वारा भषाएं बोली जाती है।
अंतिम शब्द:
भारत में हर भांषा का अपना अलग महत्त्व है, हर राज्य में अलग अलग भांषा बोली जाती है। वर्तमान में दक्षिण भारत के विरोध के चलते हिंदी भांषा को राष्ट्रभषा का दर्जा नहीं दिया है। इस लेख में हमने भारत में कुल कितनी भषाएं बोली जाती है उनके बारे सम्पूर्ण में जानकारी प्रस्तुत की है। हम आशा करते की अब आपको अन्य लेख पढ़ने की आवश्यकता नहीं है।